डीएनए हिंदी: यूरिक एसिड की समस्या धीरे धीरे ज्यादा उम्र से लेकर छोटे उम्र के लोगों को भी शिकार बना रहा है. इसकी एक वजह म्यूरिन युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करना भी है, जिसकी वजह से किडनी इन्हें फिल्टर नहीं कर पाती और यह बची गंदगी यूरिक एसिड का रूप ले लेती है. यूरिक एसिड (Uric Acid ) जोड़ों में जमा होकर दर्द बनाता है. साथ ही इसकी अधिक मात्रा गाउट जैसी बीमारी बना देती है.अगर आपका भी यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो कुछ आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर इसे कंट्रोल ही नहीं बाहर निकाला जा सकता है. आइए जानते हैं यूरिक एसिड बनने की बडऋी वजह
यूरिक एसिड बढ़ने की हैं ये वजह
यूरिक एसिड बढ़ने की सबसे बड़ी वजह अधिक प्रोटीन वाले भोजन सेवन करना. साथ ही वर्कआउट नहीं करना भी है. इसके साथ अधिक प्यूरीन वाली चीजों को खाने से भी यह समस्या तेजी से बढ़ जाती है. यह किडनी को भी प्रभावित कर देती है.
यूरिक एसिड को कम करने के ये हैं आयुर्वेदिक उपाय
गिलोय
गिलोय औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी बूटियों में से एक हैं. यह जोड़ों में जमा यूरिक एसिड का दुश्मन होता है. इसका सेवन करने के लिए गिलोय को रात भर पानी में भिगोकर रख दें. सुबह इसे एक गिलास पानी में अच्छे से उबालें. इसके बाद छानकर पानी को पी लें. इसे जोड़ों का दर्द भी ठीक हो जाएगा.
काली किशमिश भी लाभदायक
यूरिक एसिड से बनने वाले दर्द और जोड़ों के जाम करने की स्थिति में काली किशमिश रामबाण इलाज है. 10 से 12 काली किशमिश रात में पानी में भिगोकर रख दें. इसके बाद सुबह उठते ही किशमिश के साथ ही इसका पी लें. इस से जोड़ों में जमा यूरिक एसिड साफ हो जाएगा.
सौंठ और हल्दी
यूरिक एसिड का दर्द बढ़ने परी किचन में रखी सौंठ और हल्दी भी लाभकारी है. सौंठ और हल्दी के उपाउर को सूखी अदरक के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें. इसे जोड़ों में दर्द वाली जगह पर लगाएं. इसे जोड़ों में जमा यूरिक एसिड साफ हो जाएगा.
ये हैं यूरिक एसिड के लक्षण
यूरिक एसिड के लक्षणों में मुख्य रूप से उंगलियों में सूजन आना, जोड़ों में दर्द, हाथ पैरो की उंगलियों में चुभन और दर्द, जल्दी थकान महसूस होना और उठने बैठने में भी दिक्कत होना है. इन लक्षणों को दिखते ही डॉक्टर से परामर्श लें. इसके साथ ही आयुर्वेदिक उपाय से इसे होने वाले दर्द और सूजन से राहत पा सकते हैं.